टॉफी जैसे दिन हों भाई
लड्डू-पेड़े जैसी रातें,
परीलोक के मीठे किस्से
चिड़ियों जैसी प्यारी बातें।
तो भाई, यह दुनिया अपनी
एक कहानी जैसी होगी,
पापा होंगे जैसे राजा
मम्मी रानी जैसी होगी।
टॉफी जैसे दिन हों भाई
लड्डू-पेड़े जैसी रातें,
परीलोक के मीठे किस्से
चिड़ियों जैसी प्यारी बातें।
तो भाई, यह दुनिया अपनी
एक कहानी जैसी होगी,
पापा होंगे जैसे राजा
मम्मी रानी जैसी होगी।