भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
डोम / निकिता नैथानी
Kavita Kosh से
एक डोम कौन होता है ?
वह जिस पर जन्म लेते ही
लगा दिया जाता है
जाति का लेबल
अछूत होने का ठप्पा
जिसे कर दिया जाता है सीमित
गाँव के आख़िरी छोर पर ।
जिसके छूने मात्र से
अपवित्र घोषित कर दी जाती है
माटी, मानुष, पत्थर और भोजन भी
जिसका सम्मान कोई मायने नहीं रखता ।
वह मेहनत करता है ताकि
समाज प्रगति करे और जीवन चलता रहे
और समाज प्रगति के नियम बनाता है
उसे रोकने के लिए ताकि
वह न बन पाए समाज का हिस्सा ।
और सदियाँ बीत गई
लेकिन वो आज भी कर रहा है सँघर्ष
अपनी पहचान और अपने सम्मान के लिए …।