दंगे
रोज़ कराएँगे
सड़कें
नहीं बनाएँगे
बिजली
नही लगाएँगे
जनता
को धकियाएँगे
राम लला
हम आएँगे
मन्दिर
वहीं बनाएँगे
बस,
तारीख़ नही बताएँगे
दंगे
रोज़ कराएँगे
सड़कें
नहीं बनाएँगे
बिजली
नही लगाएँगे
जनता
को धकियाएँगे
राम लला
हम आएँगे
मन्दिर
वहीं बनाएँगे
बस,
तारीख़ नही बताएँगे