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तुम्हारे लिए / गोपीकृष्ण 'गोपेश'
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तुम्हारे लिए
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रचनाकार | गोपीकृष्ण 'गोपेश' |
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प्रकाशक | साहित्य भवन प्राइवेट लिमिटेड, इलाहाबाद |
वर्ष | १९६३ |
भाषा | हिन्दी |
विषय | गीत |
विधा | ्मुक्त छन्द |
पृष्ठ | ११४ |
ISBN | |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
इस पुस्तक में संकलित रचनाएँ
- [[कोकिल के स्वर बनकर जैसे आई याद किसी की / गोपीकृष्ण 'गोपेश']
- [[प्यार एक सांस है कि आ गई ! / गोपीकृष्ण 'गोपेश']
- [[इसका निर्णय करो, सितारो ! / गोपीकृष्ण 'गोपेश']
- [[प्यार का गगन उदास हो गया / गोपीकृष्ण 'गोपेश']
- [[तुम्हें पूछता हुआ गगन में उग आया है चाँद / गोपीकृष्ण 'गोपेश']
- आधा चैत हुआ कि जैसे पूरा चैत हुआ / गोपीकृष्ण 'गोपेश'