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तुम्हारे लिये प्यार के ये नज़ारे / रंजना वर्मा

तुम्हारे लिये प्यार के ये नज़ारे।
तुम्हारे लिये आसमाँ के सितारे॥

ये आहों के नग़मे ये भीगी-सी पलकें
सिहरता बदन काँपते लब हमारे॥

भटकती निगाहें मचलती ये धड़कन
ये दिल नाम केवल तुम्हारा पुकारे॥

तमन्ना करें किस तरह दिल की ज़ाहिर
चमकते हुए अश्क़ बहते ये धारे॥

अगर दिल ये डूबेगा दरिया में ग़म के
बचा लेना दामन किनारे किनारे॥