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तुम कब आओगे / राजेश गोयल

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मेरे सपनों के सौदागर, तुम कब आओगे।
मेरी नींद चुराने वाले, तुम कब आओगे॥
तेरे ओ मेरे अपने,
मैं दर्द छिपाये जाऊँ।
अब राह बताये मुझको,
मैं पंख लगे उड़ जाऊँ॥
मेरे बन दिल की धड़कन, तुम कब आओगे।
मेरी नींद चुराने वाले, तुम कब आओगे॥
अब तो साँस मेरी,
माला जपे तेरी।
चैन चुराया तुमने
नींद उड़ी मेरी॥
मेरा दिल चुराने वाले, तुम कब आओगे।
मेरी नींद चुराने वाले, तुम कब आओगे॥
धरती पर आँसू से,
तेरा ही नाम लिखा।
जब भी कहँू गज़ल,
तेरा ही गीत लिखा॥
मेरा गीत चुराने वाले, तुम कब आओगे।
मेरी नींद चुराने वाले, तुम कब आओगे॥