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नारा: दो / शिवराज भारतीय
Kavita Kosh से
म्हैं पूछ्यो
थे अतरै सालां सूं
फलाणचंदजी रा ई जैकारा
क्यूं लगवावो ?
वांरै
मिनखपणै रा जैकारा भी लगवा सको
वै बोल्या
फलाणचंदजी रै जैकारा सूं
म्हानै गादी सूंपिजै
पण
फलाणचंदजी रै मिनखपणै रै
जैकारां सूं
जे सगळां रो मिनखपणो जागज्यै
पछै
म्हानै कुण पूछै?