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नारी / गंग नहौन / निशाकर
Kavita Kosh से
घर अछि हमर
बरौनी टीसन
प्लेटफार्म हमर कोठरी
गन्हाएल सम्बन्धसँ जनमल
एकटा नारी छी।
यात्री सभमे निहारै छी
बापक आकृति
मायक आकृति
भायक आकृति
बहिनक आकृति
मुदा कोनो आकृति पर आँखि न´ि छमकैछ।
यात्री सभ तकैत अछि
हमर मसुआएल देह
टेबैत अछि उघार अंग
पुरुष सब सीखा देने अछि
कामसूत्रक दैहिक भाष्य।