हरियाणवी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
पनियां भरन चली बांकी रसीली
सिर पर घड़ा घड़े पर झज्ञरी
पतली कमरिया बल खाए रसीली
पनियां भरन चली बांकी रसीली
घड़े को उतार गोरी कूएं पै रख दो
हम से करो दोए बातें रसीली
पनियां भरन चली बांकी रसीली
बातें तो राजा कै से करूं मैं
छोटी ननदिया मोरे संग में रसीली
पनियां भरन चली बांकी रसीली