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फिर भी / रैनेर मरिया रिल्के
Kavita Kosh से
बुझा दो मेरी आँखों को
फिर भी
देख सकता हूँ मैं तुम्हें;
बन्द कर दो कानों को मेरे
फिर भी
सुन सकता हूँ मैं तुम्हें;
और आ सकता हूँ बिन पैर पास तुम्हारे
बिन मुँह भी पुकार सकता हूँ तुम्हें;
तोड़ दो बाँहें मेरी,
फिर भी
जकड़ लूँगा अपने दिल से मैं तुम्हें
जैसे पकड़ा हो एक हाथ से;
थाम लो दिल को मेरे
धड़केगा दिमाग़ मेरा;
लगा दो आग दिमाग़ में मेरे
फिर भी रखूँगा
अपने ख़ून में तुम्हें मैं ।।
मूल जर्मन से अनुवाद : प्रतिभा उपाध्याय