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बच्चा / इब्बार रब्बी
Kavita Kosh से
यह बच्चा बड़ा हो रहा है
गुलमोहर का जातक
खड़ा हो रहा है ।
बच्चा फुनगियां निकाल रहा है,
बच्चा पत्तियां खोलता है,
गुलमोहर हवा में पंख तोलता है ।
हवा का झोंका कड़ा हो रहा है
बच्चा बड़ा हो रहा है
मेरे पैरों पर खड़ा हो रहा है ।
रचनाकाल : 1976