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बिल्लियाँ / समृद्धि मनचन्दा
Kavita Kosh से
मुझे बिल्लियाँ अच्छी लगतीं हैं
एकदम मनमौजी और ज़िद्दड़
उन्हें देखकर लगता है कि
’दुनिया’ दो टका सेर बिकने वाली
कोई उबाऊ चीज़ है
जो उनके चलने से धमकती है
’नौ’ बारगी जीने को आतुर
’नौ’ दफ़ा मरकर भी अटल
सच ! बहुत अच्छी लगतीं हैं मुझे !
काश ! सभी बिल्लियाँ लड़कियाँ होतीं !