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बोलना / एरिष फ़्रीड / प्रतिभा उपाध्याय
Kavita Kosh से
मनुष्यों के बीच
शान्ति की बात करना
और फिर तुम्हारे बारे में सोचना
भविष्य के बारे में बात करना
और फिर तुम्हारे बारे में सोचना
जीवन में अधिकारों की बात करना
और फिर तुम्हारे बारे में सोचना
साथियों के प्रति डर से
और फिर तुम्हारे बारे में सोचना
यह छल है?
या है यही अंतिम सच्चाई?