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भारत माय / अमरेन्द्र
Kavita Kosh से
होना जों छौ देव, अमर,
भारत माय केॅ वन्दे कर।
भारत प्रेम-दया रोॅ घर,
भारत माय केॅ वन्दे कर।
माय सें केकरा केन्होॅ डर,
भारत माय केॅ वन्दे कर।
मेल-मिलन के सागर भर,
भारत माय केॅ वन्दे कर।