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भ्रम / विष्णु नागर
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प्रेमी सोचता है कि
उसकी आँखों की भाषा सिर्फ वही पढ़ रही है
उसके संकेतों का अर्थ सिर्फ वही समझ रही है
इस तरह का भ्रम प्रेमिका को भी होता है
भ्रम न हो तो बताइये प्रेम कैसे हो!