मँह मँह मँहके ले फुलवरिया / मोती बी.ए.
मँह मँह मँहके ले फुलवरिया
बनठल चललू कहाँ गुजरिया
रुनझुन बाजेले पायेलिया
चम चम चमकेले टिकुलिया
गोरिया तरसे ला जियरा हमार।
सर सर सरके मोरि चुनरिया
झिरमिर झिरमिर बहति बेयरिया
अँखिया कजरा लगाऊँ
लिलरा टिकुली सटाऊँ
छैला छाँड़ि द डगरिया हमार।
पुरुवा डोले रस के मातल
महुवा गइल मदाय
टेर बँसुरिया बँसवा झूमे
अमवो गइल बउराय
कोइलरि डारि डारि गावे
पपिहा पिउ पिउ बोलावे
रतियाँ लागे ना पलकिया हमार।
बलमा मोरा बाँका छैला
डोले नैन हिडोले
अंग अंग मोरे चुवे मदन रस
दुनिया बोली बोले
सुनि के जीउ जरि जाला
तनिको सहि नाहीं जाला
लोगवा बैरी भइल बा हमार।
एइसन सुन्नरि बाडू गोरी
मनवा गइल मोहाय
सब केहू चाहत बाटे हमके
गरवा लेंई लगाय
एइमें केहू के न दोष
हमके तोहरे भरोस
गोरिया तोहरे से असरा हमार
छैला तूँही ए जवानी के सिंगार।
मँह मँह मँहके ले...