म्हारी जंग
गरभ रै भीतर ई
हुज्यै सरू
उण टैम
बचण री
अरदास करां
आप सूं
पछै
धरती माथै
केठा कित्ती बार मरां
अर
आपरै मन री बात
कैवण सूं ई डरां।
म्हारी जंग
गरभ रै भीतर ई
हुज्यै सरू
उण टैम
बचण री
अरदास करां
आप सूं
पछै
धरती माथै
केठा कित्ती बार मरां
अर
आपरै मन री बात
कैवण सूं ई डरां।