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माय / अशोक शुभदर्शी
Kavita Kosh से
बेटा ने
माय सें कहलकै
‘‘माय ! खाना बनाय देॅ
युद्ध में जाना छै’’
माय ने
तुरत
बेटा सें कहलकै-
‘‘बेटा ! युद्ध में जा
खाना खाय में
देर होय जैतों।’’