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मेरा ख़ून तुमने किया / सपन सारन
Kavita Kosh से
तुम, जो सुख बटोरे बैठे हो
अपने हिस्से से
किलो भर अधिक ।
तुम, जो पेट भरने के बाद
अपनी थाली में
भर लेते हो मेरा खाना ।
मेरा ख़ून तुमने किया —
उस पहिये ने नहीं जिसे रौंद दिया
तुमने,
जिसने उस पटरी पर मुझे होने दिया
बली ।
थी हिम्मत तो मर जाते मेरे साथ
लेकिन तुम ज़िन्दा हो …
इसीलिए
मेरा ख़ून तुमने किया
तुमने ।