मैं कहीं नहीं होती
इन दोनों से जुदा
पहली में दूसरी
और दूसरी में पहली
की समाई इतनी
कि पहली
या दूसरी
सिर्फ़ तुम्हारे लिए
मैं कहीं नहीं होती
इन दोनों से जुदा
पहली में दूसरी
और दूसरी में पहली
की समाई इतनी
कि पहली
या दूसरी
सिर्फ़ तुम्हारे लिए