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मैं पैदा हुआ कर्ज़दारों में था / कुमार नयन
Kavita Kosh से
मैं पैदा हुआ कर्ज़दारों में था
बड़ा होके बेरोज़गारों में था।
मिरी मां ने दम तोड़ा जब भूख से
मैं राशन की लम्बी कतारों में था।
नहीं जिनकी पहचान होती कोई
मैं ताज़िन्दगी उन सितारों में था।
मिरी बदनसीबी को मत कोसना
मुक़द्दर मिरा बेकरारों में था।
न पूछो मैं ज़िंदा रहा किस तरह
किसी अजनबी के सहारों में था।
हो ख़ुशबू से रिश्ता मिरा क्यों नहीं
ख़ुदा की क़सम मैं तो ख़ारों में था।
मैं मिलता कहां नामचीनों के बीच
मिरा नाम तो ख़ाकसारों में था।
तू दरिया था जब तो मिला क्यों नहीं
समंदर तो अपने किनारों में था।
कहां अब तुम्हारा है वो ख़्वाब जो
ज़माना बदलने के नारों में था।