कोनी
झेल सक्यो
जद कोई
सरधा,
जणां
थरप दियो
भाटै नै देवता !
कोनी
पूर सक्यो
जद कोई
कामना
जणां
मानली
घड़योड़ी
मूरत में
वरदान री खिमता !
कोनी
झेल सक्यो
जद कोई
सरधा,
जणां
थरप दियो
भाटै नै देवता !
कोनी
पूर सक्यो
जद कोई
कामना
जणां
मानली
घड़योड़ी
मूरत में
वरदान री खिमता !