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यह स्वतंत्रता दिवस हमारा / सरोजिनी कुलश्रेष्ठ
Kavita Kosh से
यह स्वतंत्रता दिवस हमारा।
कितना पावन कितना प्यारा।
वर्ष बाद जब यह है आता,
मन को खुशियों से भर जाता,
हमें याद आते बलिदानी,
भर आता आँखों में पानी,
अमर शहीदों की कर यादें,
हमको मिलता बहुत सहारा।
यह स्वतंत्रता दिवस हमारा।
इस दिन झंडा फहराते,
तीन रंग सबको अति भाते।
धर्मचक्र चलता ही रहता,
'सत्यमेव जयते' यह कहना,
हम बच्चे सब हँसते गाते,
नाच नाच कर खुशी मनाते,
मिलती हमको खूब मिठाई,
अहा अनोखा पर्व हमारा।
यह स्वतंत्रता दिवस हमारा।