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राजनीति / नरेन्द्र कुमार
Kavita Kosh से
उसे पलायन करने से रोको
ख़ाली दिमाग मत रहने दो
कुछ मुद्दे दो, कुछ वादे दो
वापस बुलाओ
जातिवाद तक जाने दो
अधिक खुले तो
क्षेत्रवाद पर रोको
आगे बढ़ न पाए
धर्म को सामने रख दो
इतने पर भी उदार बने
देशभक्ति में आकण्ठ डुबा दो
उसके बाद भी अगर...
क्या बेतुका सवाल है
फिर हम हैं,
हमारा कानून है