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रास्ता / राहुल द्विवेदी
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इतना लंबा रास्ता
कि जो जन्म जन्मांतर तक
जाता हो
पाप-पुण्य के हिसाब-किताब के साथ
तय ही नही कर सकता
मैंने तो तुम तक पहुँचकर ही
खत्म कर दिया युगों-युगों का हिसाब!