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लड़कियाँ / अर्पिता राठौर
Kavita Kosh से
कवि के
पहले ड्राफ़्ट की भाँति
मान ली जाती हैं
लड़कियाँ
वे लिखी जाती हैं
मरोड़कर
फेंक देने के लिए।