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विचित्र रात में / एल्वी सिनेर्वो / सईद शेख

मैं वहाँ आई
घेरे का चक्कर लगाया
काली चिड़ियों की उड़ान देखी
दूर के घण्टाघर की चोटों को गिना
उस विचित्र रात में,

जब
हवा सनसनाती रही
और जब
नींद नहीं आ पाई ।

मूल फ़िनिश भाषा से अनुवाद : सईद शेख