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विद्या / रामदेव रघुबीर
Kavita Kosh से
अपना कर्तव्य निभाते रहो।
विद्या पढ़ो, विद्वान बनो, पुरुषार्थ करो,
अपना कर्तव्य निभाते रहो।
धन कमाओ आप परिवार सँवारो
अपना कर्तव्य निभाते रहो।
सुखी रहो, सब हँसो, दुखी रहो सब रोओ।
अपना कर्तव्य निभाते रहो।
धर्म की बातें सीखो, सिखाते रहो
अपना कर्तव्य निभाते रहो।
कल आज और आने वाली बातें जानो,
अपना कर्तव्य निभाते रहो।
विश्व कल्याण की कामनाएँ करते रहो।
अपना कर्तव्य निभाते रहो।