• गृह
  • बेतरतीब
  • ध्यानसूची
  • सेटिंग्स
  • लॉग इन करें
  • कविता कोश के बारे में
  • अस्वीकरण

पृष्ठ इतिहास

तेरी आंख में हो / हरीश भादानी

6 अगस्त 2010

  • Neeraj Daiya

    नया पृष्ठ: <poem>तेरी आंख में हो आ गया है दोष देखे तो है पर कहे ही जा रहा है मैं नही…

    21:28

    +1,409

  • Kavita Kosh

    • मोबाइल‌
    • डेस्कटॉप
  • गोपनीयता