• गृह
  • बेतरतीब
  • ध्यानसूची
  • सेटिंग्स
  • लॉग इन करें
  • कविता कोश के बारे में
  • अस्वीकरण

पृष्ठ इतिहास

बेबस ज़िंदगी / त्रिपुरारि कुमार शर्मा

25 मई 2011

  • Tripurari Kumar Sharma

    no edit summary

    01:39

    -30

  • Tripurari Kumar Sharma

    no edit summary

    01:17

    +143

24 मई 2011

  • Tripurari Kumar Sharma

    नया पृष्ठ: ज़मीन और जिस्म के बीच सुगबुगाता आदमी जैसे फूट रही हो बाँस की कोपल…

    23:57

    +2,670

  • Kavita Kosh

    • मोबाइल‌
    • डेस्कटॉप
  • गोपनीयता