• गृह
  • बेतरतीब
  • ध्यानसूची
  • सेटिंग्स
  • लॉग इन करें
  • कविता कोश के बारे में
  • अस्वीकरण

पृष्ठ इतिहास

रे मन मूरख, जनम गँवायौ / सूरदास

24 अक्टूबर 2009

  • Dkspoet

    no edit summary

    16:23

    +5

9 अक्टूबर 2007

  • Pratishtha

    New page: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सूरदास }} राग धनाश्री रे मन मूरख, जनम गँवायौ।<br> करि अभ...

    20:19

    +2,285

  • Kavita Kosh

    • मोबाइल‌
    • डेस्कटॉप
  • गोपनीयता