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|संग्रह=
}}
[[Category:गीत]]{{KKCatNavgeet}}
सौ में दस की भरी तिजोरी नब्बे खाली पेट
 झुग्गीवाला देख रहा है साठ लाख का गेट।गेट ।
बहुत बुरा है आज देश में
 प्रजातंत्र लोकतंत्र का हाल 
कुत्ते खींच रहे हैं देखो
 
कामधेनु की खाल
हत्या, रेप, डकैती, दंगा
हर धंधे का रेट ।
हत्या-रेप-डकैती-दंगा हर धंधे का रेट।  बिकती है नौकरी यहां यहाँ पर 
बिकता है सम्मान
 आंख मूंद आँख मूँद कर उसी घाट पर 
भाग रहे यजमान
  जाली वीजा वीज़ा पासपोर्ट है  जाली सर्टिफिकेट।सर्टिफ़िकेट ।
लोग देश में खेल रहे हैं
 
कैसे कैसे खेल
 
एक हाथ में खुला लाइटर
 
एक हाथ में तेल
चाहें तो मिनटों में कर दें
सब कुछ मटियामेट ।
चाहें तो मिनटों में कर दें सब कुछ मटियामेट।  अंधी है सरकार - व्यवस्था 
अंधा है कानून
 
कुर्सीवाला देश बेचता
 रिक्शेवाला खूनख़ून जिसकी उंगली है रिमोट पर  वो है सबसे ग्रेट।ग्रेट ।</poem>
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