भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

सतीश शुक्ला 'रक़ीब'

141 bytes added, 15:22, 7 जनवरी 2011
{{KKShayar}}
<sort order="asc" class="ul">
* [[राहे-वफ़ा में जब भी कोई आदमी चले / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[राहे वफ़ा में जो चलता है तनहा तनहा / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[रत्तीभर झूठ नहीं इसमें, सपनों में मेरे आते हो तुम / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
384
edits