भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
|रचनाकार=जहीर कुरैशी
|संग्रह=पेड़ तन कर भी नहीं टूटा / जहीर कुरैशी
}}{{KKAnthologyGarmi}}
{{KKCatGhazal}}
<poem>