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इनके जीवन के 80 वर्ष पूरे होने पर दिसम्बर 2005 में नयी दिल्ली में इनके सम्मान में एक समारोह का आयोजन हुआ जिसमें इनके जीवन पर आधारित पुस्तक ‘‘श्रीलाल शुक्लः जीवन ही जीवन’’ का विमोचन भी हुआ। यह पुस्तक श्रीलाल शुक्ल के बारे में उनके पारिवारिक सदस्यों, साहित्यिक मित्रों आदि द्वारा अपने लेखों से पूर्ण की गयी है जिसमें महान आलेाचक डा0 नामवर सिंह, राजेन्द्र यादव, अशोक बाजपेई, दूधनाथ सिंह, निर्मला जैन, लीलाधर जगुडी, रधुवीर सहाय आदि शामिल हैं।
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