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{{KKRachna
|रचनाकार=शमशेर बहादुर सिंह
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{{KKPustak
|चित्र=--
|नाम=कुछ कविताएँ
|रचनाकार=[[शमशेर बहादुर सिंह]]
|वर्ष= मई, 1959
|भाषा=हिन्दी
|विषय=-- कविताएँ
|शैली=--
|पृष्ठ=60
|ISBN=--
|विविध=--यह पुस्तक खण्डेलवाल प्रेस, वाराणसी में मुद्रित हुई थी और तब इसका मूल्य था 2.50 रूपये । बाद में राधाकृष्ण प्रकाशन, नई दिल्ली ने इसे शमशेर जी के दूसरे संग्रह 'कुछ और कविताएँ' के साथ 1984 में फिर
से प्रकाशित किया । मूल पुस्तक में कविताओं की सूची के बाद एक नोट था, जिसे हम ज्यों का त्यों यहाँ दे रहे हैं ।
नोट :
"वह सलोना जिस्म" लिखते समय हज़रत फ़िराक़ गोरखपुरी के कलाम का कुछ असर, स्पष्ट ही, मेरे मन पर
था ।
संग्रह की अंतिम कविता गत नवम्बर ('५८) में अज्ञेय जी के कुछ इधर के कविता-संग्रह पढ़ते समय अनायास ही लिख गयी । -- [[शमशेर बहादुर सिंह ]]
}}