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बना लेगी वह अपने मन की हंसी / कुमार मुकुल
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02:43, 30 मार्च 2012
|रचनाकार=कुमार मुकुल
}}
<poem>
अक्सर वह<br>
मुझसे खेलने के मूड में रहती है<br>
बस मुझे<br>
चुप रहना चाहिए इस बीच
</poem>
Dr. ashok shukla
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