गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
सोन-मछली / अज्ञेय
16 bytes added
,
16:43, 18 मई 2012
}}
{{KKCatKavita}}
{{KKCatHaiku}}
<poem>
हम निहारते
रूप
रूप
काँच के पीछे
हाँप रही है, मछली ।
Dr. ashok shukla
Mover, Reupload, Uploader
7,916
edits