भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
{{KKRachna
|रचनाकार=अज्ञेय
|संग्रह=सुनहरे शैवाल / अज्ञेय; संग्रह=इत्यलम् / अज्ञेय
}}
{{KKCatGeet}}
प्रश्न जागा निम्नतर स्तर बेध हृत्तल के—
छा गए कैसे अजाने, सहपथिक कल के ?
'''दिल्ली, 3 अगस्त, 1941'''
</poem>