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|संग्रह=सुकून की तलाश / शमशेर बहादुर सिंह
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<poem> ''(भारत देश की ईद; 1980 : मुरादाबाद)''
वह काम मुरादाबाद में हम कर आए,
दुनिया में ऊँचा अपना परचम कर आए!
बच्चों की,जवानों की उमीदों की वो ईद !
उस ईद का हम जा के मातम कर आए !!
</poem>