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मैराथन में है भविष्य जी / महेश अनघ
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18:56, 27 दिसम्बर 2012
तख़्ती पर कुर्सी छापी
फिर रुपया रुतबा रौब लिखा
तब से ही तोता
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रटंत में
ज़्यादा-ज़्यादा जोश दिखा
अनिल जनविजय
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