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तेरा मारिया ऐसे रोऊँ / हरियाणवी
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तेरा मारिया ऎसा रोऊँ
जिसा झरता मोर
बनी
बणी
का
तेरे पाइयाँ माँ पायल
बाजे
बाजै
जिसा बाजे बीज सणीं का
थोड़ा-सा नीर
पला
पिला
दै
प्यासा मरता दूर घणीं का
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