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तेरा मारिया ऎसा रोऊँ
जिसा झरता मोर बनी बणी का
तेरे पाइयाँ माँ पायल बाजेबाजै
जिसा बाजे बीज सणीं का
थोड़ा-सा नीर पला पिला दै
प्यासा मरता दूर घणीं का