Changes

|संग्रह=
}}
<poem>
उन दिनों मैं एक ओझा के उन्माद से ग्रस्त था
जिसने कि रेगिस्तान के नीचे एक रेगिस्तानी जमीन को खोज निकाला था
या फिर मेरे पिता भँवरे की टाँगों में
लक्ष्यरहित उड़ रहे है ब्रह्मांड की कठोरता में
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader, प्रबंधक
35,103
edits