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/* ग़ज़लें */
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====ग़ज़लें====
* [[ अब के इस तरह तिरे शहर में खोए जाएँ / राम रियाज़]]* [[कहीं जंगल कहीं दरबार से जा मिलता है / राम रियाज़]]* [[दिल में तो बहुत कुछ है ज़बाँ तक नहीं आता / राम रियाज़]]* [[मुझे कैफ़-ए-हिज्र अज़ीज़ है तू ज़र-ए-विसाल समेट ले / राम रियाज़]]* [[यादों के दरीचों को ज़रा खोल के देखो / राम रियाज़]]* [[रूह में घोर अंधेरे को उतरने न दिया / राम रियाज़]]