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{{KKShayar}}
* [[बड़ा लुत्फ़ था जब कुँआरे थे हम तुम! / ज़फ़र गोरखपुरी]]
* [[मैं ऐसा ख़ूबसूरत रंग हूँ दीवार का अपनी / ज़फ़र गोरखपुरी]]
* [[पुकारे जा रहे हो अजनबी से चाहते / ज़फ़र गोरखपुरी]]
* [[सिलसिले के बाद कोई सिलसिला / ज़फ़र गोरखपुरी]]
* [[तो फिर मैं क्या अगर अनफ़ास के / ज़फ़र गोरखपुरी]] </sort>