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तोरा मन दर्पण कहलाये / भजन
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22:03, 9 फ़रवरी 2008
इस उजाले दर्पण पर प्राणी, धूल ना जमने पाए
मोरा
तोरा
मन दर्पण कहलाये .......
जग से चाहे भाग ले कोई मन से भाग न पाये
मोरा
तोरा
मन दर्पण कहलाये ......
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