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|रचनाकार=अकबर इलाहाबादी
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[[Category:ग़ज़ल]]
हंगामा है क्यूँ बरपा थोड़ी सी जो पी ली है<br>
डाका तो नहीं डाला, चोरी तो नहीं की है<br><br>