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आज मदहोश हुआ जाए रे / गोपालदास "नीरज"
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23:27, 21 फ़रवरी 2008
आज मदहोश हुआ जाए रे , मेरा मन मेरा मन मेरा मन
शरारत
कराने
करने
को ललचाये रे , मेरा मन मेरा मन मेरा मन
आज मदहोश हुआ जाए रे , मेरा मन मेरा मन मेरा मन
शरारत
कराने
करने
को ललचाये रे , मेरा मन मेरा मन मेरा मन
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Adiya