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गँग
,/* प्रतिनिधि रचनाएँ */
* [[झुकत कृपान मयदान ज्यों / गँग]]
* [[देखत कै वृच्छन में / गँग]]
* [[तारो तारों के तेज में चन्द्र छिपे नहीं / गँग]]
* [[माता कहे मेरो पूत सपूत / गँग]]
* [[एक बुरो प्रेम को पंथ / गँग]]