गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
कृष्ण सुदामा चरित्र / शिवदीन राम जोशी / पृष्ठ 13
61 bytes added
,
16:17, 24 जून 2016
है मति शु़द्ध पवित्र महा अति सार सुधामय बोलत बानी।
कौन पता किस ग्राम बसे अरु दीख रहा मति सात्विक प्रानी।।
'''कृष्ण मनोदशा वर्णन'''
बहुत मुद्दतों बाद कृष्ण पाया,
पाया प्रेमी का ठीक पता ।
Kailash Pareek
515
edits